ललकार युद्ध की..
जयघोष गूंजे “हर हर महादेव” का, हर शंख समर का फूंक दो, शत्रु से कह दो, शरणागत हो, या फिर मरने की तैयारी हो, अब हमने सीमोल्लंघन(सीमा उलंघन) की ठानी है, अरे आयुध सजा दो सीमा पर, भारत मां के बेटों ने, अब तांडव करने की ठानी है।।1।। यदि अबके, हम उतरे रणभूमि में, तो खाली हाथ ना लौटेंगे, या तो लेंगे विजयश्री, या वीरगति ही लेकर लौटेंगे, बहुत पढ़ चुके पाठ प्रेम का, ये सब तो नादानी है, हर…