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Category: प्रेम

अब भी तेरा है…

अब भी तेरा है…

हृदय के किसी कोने में,निवास अब भी तेरा है,किसी धमनी या किसी शिरा में,बहता नाम अब भी तेरा है,हर श्वास में आती जाती हवा,उस हवा में एहसास अब भी तेरा है,धक-धक की सी ध्वनि हृदय की,वो आवाज़ अब भी तेरा है,मैं एकांकी, विचार शून्य सा,प्रेमाकुल यह चातक अब भी तेरा है,ना विस्मरण तुझे हो,मैं और मेरा यह प्राण अब भी तेरा है।।

तुम्हे बताए कैसे?

तुम्हे बताए कैसे?

अपनी ही चीजों पर हक जताए कैसे, तुमसे मोहब्बत है, तुम्हे बताए कैसे।। हर कोई देख रहा है, घिरे है हर तरफ से, इस महफिल में दिल की बात, तुम्हे बताए कैसे।। चोट जिस्म पर होती तो बता भी देते, दिल पर लगे घाव, तुम्हे बताए कैसे।। की आरज़ू तो अब भी रखते है, उन्हें पाने की, उन टूटे हुए सपनो कि दास्ता, तुम्हे बताए कैसे।। ये अकसर होता है, हम शब भर जागते है, क्या कारण है कि नींद…

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तुमको सूचित हो

तुमको सूचित हो

हर वक्त, हर किसी स्मरण में, एकांत में या, भीड़ भरे सदन में, चाहे रुका हुआ हूं, या फिर हूं चलन में, रहू पतझड़, या बासंती छुहन में, हर पत्र, हर चित्र-स्वयं में, मैं लिख रहा हूं, गीत सृजन के, तुमको सूचित हो।। हर रस, कहीं विरस पर, छोड़ सब छंद, कहीं अलंकार पर, बिन चौपाई, हर यमक पर, खुद के विस्मय, कभी विस्मृती पर, कभी कनु[1] तो, कभी कनुप्रिया[2] पर, मैं लिख रहा हूं, गीत प्रेम के, तुमको सूचित…

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कागज़ के फूल

कागज़ के फूल

अब हमे मोहब्बत नहीं किसी से,किसी का हो जाने की आरज़ू तक नहीं;गमलों में बोए थे हमने, उनके दिए फूल,भूल थी, कि खिलते नहीं कभी कागज़ के फूल।। बड़ी मेहनत से गुलिस्ता सजाया हमने,हिफाजत में बगिया की, पतझड़ से भी लड़े;उन्होंने तौफे में मांगा भी तो क्या?, सिर्फ गुल;हिस्से हमारे आये उजड़ा हुआ गुलिस्तां और कागज़ के फूल।। यू बिखरे की फिर संभाले नहीं कभी,इश्क़ खता का मलाल रहा मर के भी;वो मिलने आए, जब कब्र पर हमारी जम चूकी…

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बस एक हम ही नहीं थे….

बस एक हम ही नहीं थे….

ढलती हुई शाम, जलती हुई शमा भी थी;नूर था चांद का, और थी चांदनी भी;सभी को बुलाया गया, हर कोई मौजुद था;बस एक हम ही नहीं थे, महफ़िल में उनके।।1।। हुई मोहब्बत सिर्फ, पर ना इजहार हुआ;ना उसने याद किया, और ना भुलाया हमने भी;हर गैर को दिल में जगह दी उन्होंने;बस एक हम ही नहीं थे, दिल में उनके।।2।। हम खुश है, की अब और रुसवाई नहीं होगी;थक ग‌‌‍‌‍ऎ, अब ना फिर मोहब्बत होगी;नसीब ने बहुत कुछ दिया उनको;बस…

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