प्रार्थना

प्रार्थना

कर दो बेड़ा पार प्रभुजी,
यह रोग विकट विपदा,
हम पर संकट अती भारी,
यही काज आए शरण तुम्हारी,
हे! गोविंद, फ़िर उड़ा दो अबीर गुलाल,
कर दो बेड़ा पार प्रभुजी।।

जो निसहाय, निज घर लौट रहे,
उनको संबल, सुरक्षा दो,
करो कृपा कुछ ऎसी,
भुख़ से कोई प्रण न जाए,
मनुज – मनुज का भेद मिटा दो,
हे! गोविन्द, फिर से कोई माया कर दो,
कर दो बेड़ा पार प्रभुजी।।

तुम सदय सदा,
निज भक्तन हितकारी,
तुमही द्रोपदी का ऋण चुकाए,
संकट में लाज बचाए,
शबरी की भक्ति पर रीझे,
झूठे बेर भी खाए,
हे! गोविंद, सुनलो हमारी भी अरदास,
कर दो बेड़ा पार प्रभुजी।।

मानव ने किए अपराध अनेकों,
दण्ड उसी का है भोग रहा,
ओ करूणानिधान क्षमा दान करो,
हो शिव अवतार,
पुनः हलाहल का पान करो,
रक्षो-रक्षों धर्म प्रभुजी,
हे! गोविन्द, हमपर वरद हस्त धरो,
कर दो बेड़ा पार प्रभुजी।।
कर दो बेड़ा पार प्रभुजी।।

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